Tuesday, June 2, 2020

कन्या भ्रूण हत्या- Female infanticide and sex-selective abortion.

प्रिय पाठक ,

आपका पुनः स्वागत है हमारे ब्लॉग (Status of women in India ) में जैसा कि आप सभी जानते है मै अपने ब्लॉग के माध्यम से महिलाओं और बच्चियों पर हो रहे अत्याचारों और भेदभाव से समय - समय पर अवगत करता रहा हूँ आज का जो मुद्दा है वह बहुत ही मार्मिक और विचारणीय है | 



कन्या भ्रूण हत्या और जन्मोपरांत उनकी मृत्यु -  यह एक ऐसी समस्या है जो जो हमारे भारतवर्ष में प्राचीन युग से ही चली आ रही है परन्तु उस समय में इसका अनुपात कम था जैसा की हमने पहले भी पढ़ा की भारत पुरुष प्रधान देश है इसी वजह से लोग पुरुषों को ज्यादा महत्व देते है और हर दम्पति की पहली वरीयता पुत्र की होती है की उनकी संतान पुत्र ही हो , ऐसा अक्सर देखा जाता है की पुत्र के जन्म पर लोग खुशियां मनाते है नाच गाने करते है भजन कीर्तन करते है परंतु उसके विपरीत पुत्री के जन्म पर लोग मायूस हो जाते है और लोगों को बताने में में भी उन्हें असहजता महसूस होती है उनके शब्दों के भाव से ही पता चलता है उनकी अंतर्मन के दुःख का जैसे - शर्मा जी के घर  बेटी का जन्म हुआ तो उन्होंने अपने पडोसी वर्मा जी को बोला बेटी हुई है वही पड़ोस में सक्सेना जी के यहाँ बेटा  हुआ तो उन्होने वर्मा जी को मिठाई भी खिलाई और बोला राजकुमार हुआ है घर का वारिस आ गया मेरे घर का चिराग | 




लोगों के मन में जब तक बेटा और बेटी एक समान है ऐसी भावना नहीं जागृत होगी इस समस्या का समाधान संभव नहीं है|  लोगों की इस कुंठित मानसिकता ने अब क्रूर रूप ले लिया है और वो बच्चियों को जन्म से पूर्व ही गर्भ में मार  देते है टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके लिंग की जाँच करा के | जबकी भारत देश में लिंग की जाँच करना कानूनन जुर्म है और इसके लिए जाँच करने वाली संस्था का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है और डॉक्टर को जेल भी हो सकती है तथा जाँच करने वाले को भी सजा का प्रावधान है जो मैं आप लोगों को भी बताना चाहूंगा | 


लिंग जाँच पर तीन वर्ष की सजा का प्रावधान - लिंग प्रतिरोध अधिनियम 1994 के अंतर्गत तीन वर्ष की सजा और 50000 रुपये आर्थिक दंड दुबारा ऐसा करने पर 5 साल की सजा और 100000 रूपये तक के जुर्माने का प्रावधान है | यद्पि आप इसका इस्तेहार लगाते है तो तीन साल की जेल और 10000 रूपये की सजा का प्रावधान है | 


दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग है जो जन्म के बाद बच्चियों को जंगलों , अस्पतालों में छोड़कर भाग जाते है ऐसी कुपोषित मानसिकता के लोगो के मन में न तो प्यार और न ही दर्द होता है उस नन्ही जान के प्रति जिसे वो ९ माह तक पेट में पाल कर रखते है ऐसे लोगों का सामाजिक बहिस्कार और कड़ी से कडी सजा होनी चाहिए | 

जबकि लोगों को ये बात समझ नहीं आती की औरतो के बिना सृस्टि अधूरी है और लिंगानुपात कम होने के कारन अपने बच्चों के विवाह कहाँ से करेंगे | हरियाणा ,पंजाब और गुजरात जैसे राज्यों में लिंगानुपात में काफी अंतर् देखा गया है हरियाणा में ये स्तिथि बनी हुयी है को लोग विदेशों से बहू ला रहे है परतु फिर भी ये बात समझ नहीं आ रही है 

और आज की स्तथि को देखे तो लड़कियां सभी क्षेत्रों में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रही है और पुरुषों से कदम से कदम मिला कर चल रही है पुरुषों पर उनकी निर्भरता कम हो गयी है और घर चलाने में भी पूरा सहयोग दे रही है 

सभी लोगों से अनुरोध है की कृपया ये पाप न करे और न ही किसी को करने की सलाह दे यदि आसपास कोई सगा सम्बन्धी ऐसा करता हुआ दिखे तो उसे भी जागरूक करें और ऐसा पाप न करने दे | 

भारत देश में हिन्दू धर्म के लोग ज्यादा निवास करते है और हिन्दू धर्म में कन्याओं की पूजा की जाती है और उन्हें लक्ष्मी का रूप माना जाता है संस्कृत भाषा में एक श्लोक है -

 
एक कदम समाज सुधार की ओर 

धन्यवाद 


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Dear reader ,

Welcome back to our blog (Status of women in India) As you all know, through my blog, I have been aware from time to time about the atrocities and discrimination against women and girls. Is very touching and reflective.



Female Infanticide and death after birth - this is a problem that has been going on in our India since ancient times, but at that time its proportion was less as we have read earlier that India is a male dominated country, that is why people Men give more importance to each other and every couple's first preference is that of a son to be their son, it is often seen that on the birth of a son, people are celebrating and singing songs and singing bhajans but unlike their daughter People are discouraged at birth and they feel uncomfortable in telling people that their words only show their grief, like the grief of their inner self - like a daughter was born in Sharma ji's house, he gave his neighbor Verma ji He said that he had a daughter in the same neighborhood, he had a son with Saxena ji, then he also fed sweets to Verma ji and said that he has become a prince and heir of the house has come to my house.




As long as the son and daughter are equal in the mind of the people, such a feeling will not be awakened, the solution of this problem is not possible. This frustrated mentality of the people has now taken a cruel form and they kill the girls in the womb before birth by using technology to check the gender. While in India, sex checking in the country is a legal offense and the license of the examining institution can be revoked for this and the doctor can be jailed and there is a provision for punishment to the investigator which I tell you also. Would like


Provision of three-year sentence on gender check - Under the Gender Resistance Act 1994, there is a provision of three years' imprisonment of Rs. 50000 and financial penalty of 5 years and a fine of up to Rs. 100000. If you use it, there is a provision of three years jail and a punishment of Rs 10,000.


On the other hand, there are some people who leave the girl child in the forests and hospitals after birth and run away with such a malnourished mentality that neither love nor pain in the mind of the little person whom they have been carrying for 6 months. Taxes should be subjected to severe social punishment and severe punishment.

Whereas people do not understand that creation without women is incomplete and due to low sex ratio, where will they marry their children? In states like Haryana, Punjab and Gujarat, there has been a lot of difference in the sex ratio, this situation has been created in Haryana, people are bringing daughters from abroad, but still do not understand this.

And looking at today's situation, girls are taking part in all the fields and are walking step by step with men, their dependence on men has reduced and they are also giving full support in running the house.

It is requested to all people that please do not commit this sin nor advise anyone to do it, if anyone around is seen doing this related to them, then also make them aware and do not allow such sin.

People of Hindu religion reside more in India and girls are worshiped in Hinduism and they are considered as the form of Lakshmi. There is a sloka in Sanskrit language -





One step towards social reform

Thank you